---------- Forwarded message ----------
From: RAJ GARG <rajmgarg@gmail.com>
Date: 2014-11-09 18:43 GMT+05:30
Subject:
To: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
From: RAJ GARG <rajmgarg@gmail.com>
Date: 2014-11-09 18:43 GMT+05:30
Subject:
To: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
जिसमें संतुलन है उसके अन्दर प्रसन्नता है। जो परमात्मा ने दिया उसे परमात्मा की कृपा का फल मानकर स्वीकार करो तो प्रसन्नता आयेगी। जीवन मैं सदा गुनगुनाते रहो, खिले रहो। उत्सव उल्लास तप भी है और भक्ति भी है।
गुरुवर सुधांशुजी महाराज के प्रवचनांश
No comments:
Post a Comment