दुनिया में बहुत से ऐसे भी लोग होते हें जो उपर -उपर से दया कर रहे होते हैं और अन्दर उनके बैर का कांटा उपजा होता हे ,हिंसा से सने होते हैं ! ऐसे लोग सत्संग -भजन , लडाई झगडा सब साथ -साथ कर रहे होते हैं अगर कोई दुकान में बैठा हे और गरीब भीख मांगने वाला सुभह -सुभह आ जाए तो हाथ में डण्डा पकडा हुआ हे और बोलता भी जाता हे कि -