"प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना और उस प्रभु में अटूट विश्वास रखना। प्रार्थना में उसकी कृपा माँगिए, संसारिक वस्तुओं की सूची बनाकर उसके सामने मत रखें। वह कृपा करे तो बिन मँगे बहुत कुछ देता हें"।
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दीक्षित गुरुभक्तों एवं श्रद्धालुँजनों के लिए अति आवश्यक सूचना
सदगुरुदेव पूज्य सुधांशुजी महाराज के प्रति श्रद्घा -आस्था से भरे प्रिय भक्त बन्धुओं सम्पूर्ण विश्व में करोड़ों भक्तों के प्रिय सुधांशु जी महाराज के उदबोधन एवं सरस प्रवचन हर श्रोता के ह्रदय में सीधे ही उतरकर उसे जीवन के प्रति नै द्रष्टि ,नई सोच और सभी समस्याओं के समाधान का मार्ग देते हैं !ऐसे महान संत की अमृतवाणी सुनाने ,उनके दर्शन पाने और उनके सान्निध्य में आयोजन होने वाले आगामी विराट भक्ति सत्संग एंव समय समय पर आयोजित होने वाले एनी सामाजिक कार्यक्रमों की जानकारी घर बैठे नि:शुल्क प्राप्त करने हेतू कृपया अपना विवरण आज hee ईमेल या पत्र द्वारा अवश्य भेजें ! महाराजश्री से दीक्षित शिष्यों के लिए यह सूचना भेजना अनिवार्य है !
नाम ------------------पता ----------------इमेल --------------------------(इमेल देना अनिवार्य हे !यदि आपके पास अपना इ मेल न हो तो अपने बेटे या बेटी या परिवार के किसी अन्य सदस्य का भी दे सकते हें जिससे आपको सूचना मिल सक्के )!
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सिद्धसंत परमपूज्य सदगुरु श्री सुधांशुजी महाराज के पावन सानिध्य में देव भूमि मनाली ,हिमाचल प्रदेश स्थित साधनाधाम आश्रम में ध्यान - साधना शिविर द्वितीय शिविर :-दिनांक 5 से 8-जून ,2009 सदगुरुदेव के चरणों ,में बैठकर ,अतल ,गहराईयों ,में ,उतरकर देवी,अनुभूतियों को ,प्राप्त ,करने का स्वर्णिय अवसर विस्तृत जानकारी हेतु सम्पर्क सूत्र :श्री आदेश गुप्ता --9311534556 आयोजक :आनन्दधाम 163-164,ग्राउण्ड फलोर ,पाकेट -सी-1,सेकटर -11 ,रोहिणी दिल्ली -85 दूरभाष -27574030 जीवन सचेतना मई 2009
पूज्यश्री का कथन है -अपने जीवन को ऐसा संवारें की हर दिन होली और हर रात दिवाली बन जाए ! अर्थात आपकेजीवन में खुशी ,प्रेम व् आनन्द के फूल खिले और ज्ञान की ज्योति से जगमगाते रहें ! जो भी जीवन में आया हे उसे आनन्द के साथ बिताएं !सब अपने जीवन में रस और सुगंध को खोजें और उसे खुलकर आनन्द के साथ सबको लुटा दें ! जिससे जीवन के बयार बसंत की बहार बन जाए ! हर इंसान में आ जाएँ खुशी की कलियाँ ,उनमें खिल जाएँ आनन्द के फूल और छा जाए प्रेम की सुगंध !